Hello एक बार फिर से आप सभी का बहुत बहुत स्वागत करते है आपके अपने Story in Hindi वेबसाइट में आज हम आपके लिए (Best Hindi Poetry Based on God) बेहतरीन कविता लेके आये है और ये तीनों कविता पूजा नेताम द्वारा लिखी गयी है और हम आशा करते है ये कविता आपको बहुत पसंद आयेगी |
“अरदास”
प्रभु ! मेरी एक अरदास है तुमसे
मुझको एक वरदान तुम देना
जब ले तुम जन्म सतयुग में
गंगा रूप मुझे तुम देना
सबका मैं कल्याण करूं
ऐसा स्वरुप मुझे तुम देना
जब द्वापर में जन्मोगे तुम
कृष्ण रूप धरोगे जब तुम
मीरा मुझे तुम बना देना
एकतारा हाथों में थमा देना
राम रूप धरोगे जब तुम
त्रेता में अंजना मुझे तुम बना देना
हनुमान जैसा पुत्र जानूँ और
नाम तेरा उसके रग-रग में लिखूँ
पर प्रभु विनती है तुझसे
कलयुग में जब भेजोगे मुझे तुम
धन-दौलत, रुपया न देना
ना देना हीरे-मोती का गहना
बस एक सच्चा दिल दे देना
सुना है वहां सच्चे लोगों की कमी है
इसलिये मुझे बस एक सच्चा मानुष बना देना |
“डर”
डर एक अनुभूति है जो हर किसी को मिलती है
कभी गणित की टीचर से, तो कभी गणित की परीक्षा से
हर परीक्षा के बाद आने वाले परिणाम से
तो कभी दूसरों से पिछड़ आने के ख्याल से
किसी को गणित की टीचर से भय है
तो किसी को अपने पापा की मार से
किसी को मम्मी से डर लगता है तो किसी को परीक्षा से
पर मुझे डर लगता है जिंदगी से,
हाँ जिंदगी से ! मौत से नहीं
डर लगता है कि कहीं ये जिंदगी साथ न छोड़ दे
क्योंकि ये तो बेवफा है, कब साथ छोड़ दे क्या पता
पर मैं तो फिर भी इसी से प्यार करती हूँ,
पर क्या ये मुझसे प्यार करती है ||
“बारिश”
एक किसान आश, बंजर जमीन की प्यास है बारिश |
पेड़ो की हरियाली, फूलों की क्यारी
नन्हे बच्चों की मुस्कान है बारिश |
भटकते, अँधेरी राहों पर चमकती सी एक उजास है बारिश।
सफेद कोरे कागज पर स्याही की पूरी दवात है बारिश
सूखे पेड़ ने आश लगाकर उपर देखा
खुदा ने कहा – दुखी क्यूँ होता है ?
तुझमें पत्तियां नहीं तो क्या हुआ ?
मैंने तो तुझे मोतियों से सजाया है।
उदास मत हो मेरे दोस्त ! इंतजार कर तुझमे भी ।
नवजीवन फुटेगा, एक दिन तू भी हरे जोड़े में सजेगा |
बेटियों का उल्लास, सावन का त्योहार है बारिश।
नदियों का उफान तो कहीं प्रकृति की अरदास है बारिश ।।