Hello Friends मैं प्रिया शर्मा आपका एक बार फिर से स्वागत करती हूँ आज मैं आपको Bhangarh Fort Bhutiya Story बताने जा रही हूँ ये कहानी आपको झकझोर कर रख देगी | अपने भानगढ़ के किले के बारे में पहले भी सुना होगा जहा सूर्य उदय से पहले और सूर्य अस्त होने के बाद किसी को जाने की इजाजत नहीं है |
मैं आज उसी भानगढ़ की कहानी आपके लिए लेकर आयी हूँ जिसे पढने के बाद आपको ये पता चल जायेगा की भारत सरकार ने वहा सूर्य उदय से पहले और सूर्य अस्त होने के बाद जाने से क्यों रोक लगायी है | तो चलिये आज की कहनी की शुरुवात करते है |
Bhangarh Fort Bhutiya Story
अजय नाम के एक पैरानॉर्मल एक्सपर्ट ने भानगढ़ किले की असलियत जानने के लिए बहुत देर रात जाने का एक प्लान बनाया अजय की वाइफ प्रिया ने उसे वहां जाने से रोकने की बहुत कोशिश की लेकिन अजय पर अलग ही भूत सवार था |
देर रात वह भानगढ़ पहुंचा | उसने देखा कि वहां दूर-दूर तक कोई नहीं है | वह सीधा किले के अंदर घुस गया अंदर जाते ही अजय को ऐसा लग रहा था जैसे कोई हर वक़्त उसके पीछे पीछे चल रहा है | लेकिन जब वह पीछे मुड़कर देखता तो वहां कोई भी दिखाई नहीं देता |
अजय अपने पीछे से आ रही उन कदमों की आवाजों को अनदेखा करके वहां की फोटो खींचने लगा उसने वहां की जमीन की, खंभों की, और तरह-तरह की दीवारों की फोटोस ली और आगे बढ़ा | धीरे-धीरे उस किले के काफी अंदर तक पहुँचने लगा |
उसके पीछे से आ रही कदमों की आवाज अब पायल की छन छन भी बदल चुकी थी लेकिन जब रुक कर पीछे देखता तो पायल की आवाज भी रुक जाती | अजय ने तुरंत अपना फोन निकाला और Front Camere से पीछे देखने की कोशिश की | अजय ने देखा कि उसके पीछे एक लाल साड़ी पहने औरत खड़ी है |
उस औरत का चेहरा कटा हुआ था और लाल खून से रंगा था | लाल साड़ी में लिपटी हुई खून से सनी हुई उस औरत को देखकर अजय के हाथ से उसका फोन नीचे गिर गया | अजय ने फिर पीछे देखा उसे फिर से कोई नहीं दिखा वो पायल की आवाज और तेज हो गई |
अजय को अब डर लगने लगा था उसने अपना फोन निचे से उठाया और वहां से भागने लगा उसकी वाइफ प्रिया किले के बाहर गाड़ी में उसका इंतजार कर रही थी | अजय डरते-डरते किले से बाहर आया और सीधा गाड़ी में बैठ गया | प्रिया ने पूछा क्या हुआ अजय इतना डरे हुए क्यों हो ?
अजय ने कुछ नहीं कहा गाड़ी start ही नहीं हो रही थी | तभी अजय ने ऊपर लगे अपने कार के Rear View Mirror में देखा तो उसे गाड़ी की Back सिट पर वही लाल साड़ी वाली औरत बैठी दिखी | अजय ने एक बार और पीछे देखा लेकिन फिर से वहां कोई नहीं था |
वो औरत उसे अपनी आंखों से दिख ही नहीं रही थी अजय इतना घबरा गया और एकदम से कार के अंदर बेहोश हो गया किसी तरह प्रिया कार ड्राइव करके अजय को पास के एक हॉस्पिटल में ले गया | जब अजय को होश आया तो उसने अपना कैमरा निकाला और किले की फोटो देखना स्टार्ट कर दिया |
उसने देखा कि हर फोटो में वो लाल साड़ी वाली औरत खड़ी थी और वह अजय को ही घूरे जा रही थी | इतने में एक नर्स अपने हाथ में दवाइयां और कांच के गिलास में पानी लेकर आ रही थी उस गिलास की रिफ्लेक्शन में अजय को फिर से वही लाल साड़ी वाली औरत देखी जिसे देखकर वो पागल हो उठा |
उसमें वो गिलास जोर से जमीन पर फेंका जिससे वो चकनाचूर हो गया अब नीचे गिरे हर कांच के टुकड़े में अजय को वही लाल साड़ी वाली औरत दिख रही थी और जोर-जोर से उन पायलों की आवाज आ रही थी | अजय ने अपने दोनों हाथ अपने कानों पर रखे और जोर-जोर से चिल्लाने लगा |
अजय ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया था वो पूरी तरह से पागल हो गया था डॉक्टर ने किसी तरह इंजेक्शन देकर उसे सुलाया | जब उसकी वाइफ प्रिया ने उसका फोन देखा तो सारी फोटोस नार्मल थी उसे एक वीडियो मिली जिसमे अजय Front Camere से कुछ देख कर बहुत डर रहा था लेकिन उसमें अजय के अलावा और कोई नहीं था |
प्रिया को लगा कि जरूर भानगढ़ में उसने कुछ तो अजीब साया देख लिया है जो उसके पति के पीछे पड़ गया है | कई दिनों तक अजय किसी शीशे के टुकड़े को देखता था तो उसे वही लाल साड़ी वाली औरत दिखाई देती थी और पायल की छनछन सुनाई देती थी | लेकिन टाइम के साथ साथ वह ठीक हो गया |
आपको क्या लगता है क्या यह सिर्फ उसका वहम था क्या अजय वाकई पागल था और वह औरत सिर्फ उसका हेलोसिनेशन था या फिर वह लाल साड़ी वाली औरत एक चुड़ैल थी जो सच में उसे Haunt कर रही थी |
क्या होता अगर अजय उस किले से कभी बाहर ही नहीं निकल पाता ?
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