हेल्लो दोस्तों मेरे इस वेबसाइट पर आप सभी का स्वागत है आज मैं आपको एक समझदार और सुन्दर परी की कहानी काली चुड़ैल v/s सफ़ेद परी (Black Witch And Sonpari)बताने जा रहा हूँ जो अपनी जिंदगी को ख़ुशी – ख़ुशी जीती थी वो एक ऐसी परी थी जो दुख के समय भी खुश रहती थी और मुश्किल समय में भी बहुत ही समझदारी से काम लेती थी | कहानी के अंत में आपको ये काली चुड़ैल v/s सफ़ेद परी (Black Witch And Sonpari) की कहानी कैसी लगी हमे कमेंट करके जरुर बताये |
तो चलिए दोस्तों हमेशा खुश रहने वाली परी की कहानी सुनते है
काली चुड़ैल v/s सफ़ेद परी
बहुत समय पहले की बात है परी लोक में एक बहुत ही प्यारी, खुबसूरत और समझदार परी रहती थी जिसका नाम सोनपरी था, वह परी लोक में सभी परी से सबसे सुन्दर थी, एक दिन सोनपरी रानी माँ से कहती है रानी माँ मुझे पृथ्वी लोक जाना है मैं पृथ्वी लोक घूमना चाहती हूँ |
लेकिन रानी माँ उसे पृथ्वी लोक जाने से मना कर देती है और बोलती है पृथ्वी लोक परी लोक की दुनिया से बहुत अलग है, वहा का खाना पीना, रहना और वहा के लोग भी अलग है, वहा तुम्हे कुछ भी हो सकता है इसलिए तुम नहीं जा सकती |
रानी माँ के समझाने के बावजूद सोनपरी जाने को जिद करती है और बोलती है रानी माँ मुझे कुछ नहीं होगा मैं जल्दी वापस आ जाउंगी, कुछ देर बाद रानी माँ सोनपरी को पृथ्वी लोक जाने की आज्ञा दे देती है और उसे अपनी कुछ शक्ति दे देती है और बोलती है इस शक्ति का उपयोग जब बहुत ज्यादा जरुरत हो तब करना |
फिर अगले दिन सोनपरी पृथ्वी लोक घुमने चली जाती है वह पृथ्वी लोक में जाकर खूब मजे करती है और एक दिन गाँव के बच्चे लोग सोनपरी को देख लेते है और सोनपरी भी बच्चे लोग को देख लेती है और फिर वह बच्चो को अपना दोस्त बना लेती है वह बच्चो के साथ गाना गाती थी बच्चो के साथ खेलती थी उसे बच्चो के साथ रहना अच्छा लगता था |
फिर एक दिन शाम को सूरज डूबने के समय गाँव के लोग जल्दी – जल्दी अपने घर जा रहे थे और ये सब देखकर सोनपरी अचंभित थी सोनपरी को कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था की आखिर ये सब क्या हो रहा है फिर गाँव के कुछ लोग काली चुड़ैल के बारे में बात कर रहे थे |
फिर अचानक सोनपरी ने देखा की एक सफेद वस्त्र पहने हुए एक काली चुड़ैल तेजी से गाँव की तरफ आ रही थी काली चुड़ैल जो देखने में बहुत ही खतरनाक थी उसके लम्बे – लम्बे दांत थे उसके पैरो के नाख़ून भी बहुत बड़े बड़े थे और उसकी आँखे लाल – लाल थी
काली चुड़ैल मुह से बहुत ही भयानक और डरावनी आवाजे निकाल रही थी और बोल रही थी कहा चले गये सब के सब आज कोई शिकार दिखाई नही दे रहा है फिर कुछ समय बाद काली चुड़ैल को एक शिकार दिखाई देती है जो एक पंडित था |
पंडित काली चुड़ैल को देखकर डर जाता है, काली चुड़ैल पंडित से बोलती है अरे पंडित जी कहा से आ रहे हो, फिर पंडित घबराते हुए बोलता है वो मैं पास की गाँव में एक शादी कराने गया था, फिर चुड़ैल बोलती है अब मैं तुम्हे अपने गुफा में ले जाकर खाउंगी |
फिर पंडित घबराते हुए बोलता है मुझे छोड़ मुझे जाने दो मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है मुझे छोड़ दो मैं तुम्हारे कुछ काम आ सकता हु, फिर चुड़ैल बोलती है तुम मेरे क्या काम आ सकते हो, पंडित बोलता है मैं तुम्हारी शादी कराऊंगा |
फिर चुड़ैल बहुत खुश हो जाती है और बोलती है ये बात तो मैंने कभी सोची ही नहीं थी,चलो ठीक है आज ही मेरी शादी कराओ, फिर पंडित बोलता है पहले दूल्हा को तो बुलाओ, फिर चुड़ैल बोलती है चलो ठीक है मैं दूल्हे को लाऊंगी फिर तुम्हे बुलाऊंगी, अब तुम जा सकते हो, फिर पंडित अपने घर जाने लगे |
घर के पास पहुचते ही सोनपरी उसे रोकती है और पंडित से बोलती है पंडित जी क्या ये काली चुड़ैल सबको ऐसे ही परेशान करती है, फिर पंडित बोलता है परी रानी भगवान की कृपा से आज मैं बच गया दूसरा कोई होता तो काली चुड़ैल उसे नही छोडती अब तक ये कई लोगो को गायब कर चुकी है, फिर सोनपरी ने मन ही मन इस काली चुड़ैल से सबकी सुरक्षा का संकल्प लेती है
दुसरे दिन सोनपरी गाँव के पास से गुजर रही थी फिर अचानक उसने दो मासूम बच्चो को रोते हुए देखा मासुम बच्चे बहुत रो रहे थे और डरे हुए भी थे, ये देखकर सोनपरी को बहुत दुःख हुआ और बच्चो से कहा प्यारे बच्चो इधर आओ, क्या हुआ, क्या बात है, क्यों रो रहे हो आप लोग मुझे बताओ क्या परेशनिया है |
फिर मासूम बच्चे रोते हुए बोले परी दीदी हमारे बापू जी को काली चुड़ैल ने गायब कर दिया है गाँव के लोग कहते है की हमारे बापू जी काली चुड़ैल की कैद में है क्या आप हमारे बापू जी को वापस ला सकती हो, फिर सोनपरी बच्चो को पहले शांत कराती है और बोलती है प्यारे बच्चो मैं तुम्हारे बापू जी को अवश्य लाऊंगी और उस काली चुड़ैल को सबक भी सिखाउंगी |
शाम होते ही काली चुड़ैल की गुफा के पास सोनपरी ने काली चुड़ैल को ललकारा और बोली काली चुड़ैल कहा हो, बाहर निकलो, मुझसे मुकाबला करो, क्यों तुम मासूम लोग को सताती हो अगर हिम्मत है तो मुझसे मुकाबला करो, आज मैं तुम्हे मजा चखा के ही रहूंगी |
फिर काली चुड़ैल गुफा से बाहर निकलती है और गुस्से से बोलती है परी तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती मेरे पास बहुत शक्ति है तुम यहा से चले जाओ नहीं तो मैं तुम्हे भी मार दूंगी, लेकिन सोनपरी नहीं डरी, फिर काली चुड़ैल सबसे भयानक रूप में आ गयी थी,फिर दोनों के बीच लड़ाई शुरू हुई |
सोनपरी अपने जादुई छड़ी से वार किया और बोली ये ले मैं तुम्हे मजा चखाती हूँ लेकिन काली चुड़ैल को कुछ फर्क नहीं पड़ी फिर काली चुड़ैल बहुत ही ज्यादा गुस्से में आ गई और अपने सबसे खतरनाक रूप में आ गई उसने अपने मुह से आग निकाली, सोनपरी उस आग से बच गई, फिर काली चुड़ैल ने मुह से एक बहुत ही खतरनाक तूफ़ान पैदा किया, तूफान से सोनपरी दूर तक चली गई और दूर जाकर एक पेड़ से टकरा गई और गिर गई, काली चुड़ैल की शक्ति बढ़ रही थी और सोनपरी कमजोर हो रही थी |
फिर सोनपरी को अपनी परी माँ द्वारा दी गई शक्ति याद आई और फिर जादुई छड़ी से काली चुड़ैल पर वार किया और काली चुड़ैल को जमीन पर पटक दिया, एक बार फिर पटक दिया फिर काली चुड़ैल ने हार मान ली और फिर अंत में परी ने अपनी जादुई छड़ी से काली चुड़ैल की चोंटी काट दी और काली चुड़ैल उसके सामने रोने लगी और बोली मुझे छोड़ दो मुझे जाने दो और मुझे मेरी चोंटी दे दो |
फिर सोनपरी बोली पहले गाँव के जितने लोगो को कैद करके रखा है उसको आजाद करो और मुझे वचन दो फिर कभी किसी को नहीं सताएगी और यहा से हमेशा के लिए चली जायेगी, फिर काली चुड़ैल ने वचन दी और बोली अब मैं कभी किसी को परेशान नहीं करूँगी और हमेशा के लिए चली जाउंगी |
फिर काली चुड़ैल ने गाँव के सभी लोगो को गुफा से आजाद कर दिया और बोली परी जी मेरा एक काम कर देना पंडित से कहकर मेरी शादी करवा देना फिर परी रानी और गाँव के सभी लोग हसने लगे, फिर सोनपरी ने काली चुड़ैल की चोटी वापस कर दी और चुड़ैल वहा से चली गई और सभी गाँव वाले खुश हो गये फिर सोनपरी भी परी लोक वापस चली गई |
तो दोस्तों इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि बुराई की हमेशा हार होती है और सच्चाई की जीत होती है आपको मुश्किल परिस्तिथि में सोनपरी के जैसा संयम और समझदारी से काम लेना है तो दोस्तों ये कहानी आप लोगो को काली चुड़ैल v/s सफ़ेद परी (Black Witch And Sonpari) कैसा लगा plz कमेंट करके बताइये | यदि आपके पास कुछ सुझाव है तो हमसे कांटेक्ट करें |