हेलो दोस्तों आज हम आज फिर आपके लिए नयी कविता लेके आ गये है आज हम आपको पूजा नेताम द्वारा लिखी एक नयी कविता Hindi Poems On Life | अनकहे अल्फाज की कुछ पंक्तिया आपके सामने प्रस्तुत करने जा रहे है | ये कविता आपको बहुत पसंद आयेगी |
Hindi Poems on Life “अनकहे अल्फाज”
समेटने की कोशिश मत करना मुझे दोस्तों….
मैं तो टूट कर बिखरी हुई काँच हूँ
चोंट लग गई अगर तुम्हें तो दुख मुझे ही होगा…
टूटने से दर्द मुझे भी बहुत है,
क्योंकि मुझमें जो अक्स है, उसमें कुछ हिस्सा तुम सबका भी है…
जिंदगी से मैने एक सीख सीखी है……
खुद टूट कर बिखर जाओ पर सबको जोड़े रखना
जिंदगी एक पल की नहीं होती,पर कुछ पल
ऐसे होते है……. जिनमें पूरी जिंदगी होती है…..
टूट कर बिखरा हुआ सा है अक्स मेरा,पर आज
भी लोगो को आईना दिखाने का हुनर रखती हूँ
भीड़ से जुदा रहना फितरत है मेरी,
पर सबको साथ लेकर चलने का ज़ज़्बा रखती हूँ…..
अच्छा लगता है मुझे अकेले रहना…… इसलिए
नहीं की घमंडी हूँ बल्कि इसलिए क्योंकि यकिन रहता है कि, अभी जिंदा हूँ में……..
Hindi Poems On Life “फितरत”
मत सोच उस इन्सान के बारे में इतना मेरे दोस्त
तेरी यादों में आने की भी औकात नहीं उसकी
एक बात याद रखना मेरे दोस्त ये दुनिया ऐसी ही है
यहाँ तो इन्सान बदल जाते हैं, फिर चेहरों कि क्या बात है
अरे यहाँ तो दिल बदल जाते हैं, फिर धड़कन की क्या औकात है…
अब तो लोगों से सच बोलने की उम्मीद रखना भी बेकार है,
क्योंकि लोग झूठ भी आँखे मिलाकर बोल देते है…….
कभी सोंचा न था जिंदगी में ऐसा दिन भी आयेगा
रिश्ते अक्सर उन्हें ही धोखा दे जाते है, जो उनकी सबसे ज्यादा कदर करते है……
दिल से खेलना और दर्द देना फितरत होती है कुछ लोगों कि,
और ये सच है कि बदलना आदत कि पहचान होती है, बदलता तो केवल आदत है फितरत नही…..
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