दोस्तों आज मै आपके लिए एक छोटी कहानी (Moral Stories In Hindi For Class 9) लेकर आयी हूँ और मैं आशा करती हूँ ये कहानी बच्चों को बहुत पसंद आयेगी | ये कहानी हमें बेजुबान जानवरों की मित्रता के बारे में बतलायेगी |
तो चलिये दोस्तों आज की छोटी सी कहानी को शुरू करते है और इसका आनंद लेते है |
Moral Stories In Hindi For Class 9 | बच्चों की कहानी
एक समय की बात है काशी में चिंतामणि नाम का राजा रहता था वह राजा बहुत ही प्रतिभाशाली और बुध्दिमान था और वह अपने प्रजा की खूब देखभाल करता था उसके लिए प्रजा ही सबकुछ था ।
राजा को जानवरों से भी बहुत लगाव था वह जानवरों को बहुत प्रेम करता था यदि उसके राज्य में जानवरों को कुछ हो जाता तो वह तुरंत ही उसका इलाज करवाता ।
राजा के पास एक हाथी भी था और हाथी का देखभाल एक महावत रखता था महावत एक सच्चा इंसान था, महावत हाथी का बहुत ध्यान से देखभाल करता था महावत रोज सुबह सुबह सबसे पहले हाथी को नहलाता फिर नहलाने के बाद उसे खाना खिलाता ।
महावत के पास एक कुत्ता था, हाथी और कुत्ता अक्सर साथ मिलकर खाना खाते फिर देखते ही देखते हाथी और कुत्ते में गहरी मित्रता हो गई ।
हाथी कुत्ते का इंतजार करता अगर कुत्ता नहीं आता तो हाथी भी खाना नहीं खाता था, कुत्ता भी हाथी के साथ खेलता उसकी सूंड पर चढ़कर, दोनों साथ मे बहुत मस्ती करते थे ।
एक बार महावत को पैसों की जरूरत पड़ी उसने अपने कुत्ते को बेच दिया कुत्ते का दिल टूट गया पर बेचारा क्या करता चुप अपनी नई घर चला गया ।
हाथी को जब अपना मित्र दिखाई नहीं दिया तो वह बहुत उदास हो गया उसने खाना खाने से मना कर दिया नहाने भी नहीं गया बे दिन भर गुमसुम बैठा रहा ।
हाथी के खाना ना खाने की सूचना राजा चिंतामणि के पास जा पहुंचा उसने अपने मंत्री को तुरंत हाथी का हाल चाल पूछने भेजा, मंत्री ने वहां पहुंचते ही हाथी की जांच की तो पता चला कि हाथी शारीरिक रूप से बीमार नहीं था ।
मंत्री ने सोचा अवश्य ही उसके मन में कोई चिंता है उसने आसपास के सभी लोगों से बातचीत करी लोगों ने मंत्री को बताया कि कुत्ते से बिछड़ने के दुख से हाथी उदास है जब से कुत्ता गया है तभी से उसने खाना पीना छोड़ दिया है ।
फिर मंत्री ने यह सूचना राजा तक पहुंचाई राजा ने तुरंत अपने राज्य में ऐलान करवाया कि जिसके पास भी महावत का कुत्ता हो तुरंत उसे छोड़ दें ।
यह घोषणा सुनकर जिस आदमी ने कुत्ते को खरीदा था उसने उसी क्षण उस कुत्ते की रस्सी काट दी कुत्ता भी छलांग मारता हाथी के पास जा पहुंचा दोनों दोस्त एक दूसरे को देख कर बहुत खुश हो गये ।
हाथी ने अपने सूट से कुत्ते को उठाया और फिर उसे अपने सिर पर बैठा लिया उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलकने लगे ।
फिर महावत भागा भागा हाथी के लिए खाना लाया, हाथी ने पहले कुत्ते को खिलाया उसके बाद खाना खाया, अब दोनों एक साथ फिर से मस्ती करने लगे ।