Hello फ्रेंड्स आज मैं आपको में एक बहुत ही जबरदस्त, Powerful Motivational Story in Hindi या कहे तो Inspirational Story सुनाने जा रहा हूँ, मैं आपको Guaranty के साथ कह सकता हूँ की Abhimanyu – Indian Army Man (एक वीर योद्धा) की Story पढने के बाद आपके अंदर कुछ करने का जुनून आ जायेगा, आपको हर मुश्किल का समाधान मिल जायेगा और आपके अंदर अपने लक्ष्य को पूरा करने की Confidence आ जायेगी |
दोस्तों यह Story बहूँत ही Powerful, Inspiration Story और इमोशनल है जिसे पढ़ने के बाद आपके आँखे नम हो जाएगी और आपके अंदर एक नया शक्ति का आगाज होगा, दोस्तों ये एक ऐसे इंसान की कहानी है जिसके अंदर बचपन से ही देशभक्ति का जुनून था वह हमेशा देश के लिए कुछ करने के बारे में ही सोचता था, तो चलिए दोस्तों Abhimanyu- Indian Army Man (एक वीर योद्धा) की शुरुआत करते है | दोस्तों मैं आपको ये कहानी बताने से पहले बता दूं ये एक सच्ची Motivational Story in Hindi है |
Motivational Story In Hindi कहानी देश के वीर जवान की
दोस्तों बहुत पहले की बात है राजस्थान के एक गाँव में अभिमन्यु नाम का एक लड़का रहता था वह बहूँत ही गरीब परिवार से था, वह अपने पिताजी और भाई के साथ रहता था, अभिमन्यु को बचपन से ही माँ का प्यार नहीं मिला, जब अभिमन्यु छोटा था तब बीमारी के कारण उसकी माताजी का देहांत हो गया |
अभिमन्यु के पिता एक किसान थे, उसके घर का गुजारा मुश्किल से हो पाता था, वह दिन रात कठिन परिश्रम करके अपने दोनों बच्चो को पालता था, दोनों बच्चो को नहलाना,खिलाना, और फिर स्कूल जाने के तैयार करना ये सब काम उसके पिता जी करते थे , उनके पिताजी ने अपने दोनों बेटों को कभी माँ की कमी महसूस नहीं होने दी |
समय के साथ धीरे – धीरे अभिमन्यु और उसका भाई बड़ा होता गया और अभिमन्यु अपने पिताजी के काम में भी हाथ बटाने लगा था, उसके पिताजी हमेशा अभिमन्यु को देशभक्ति के बारे में बताते थे वह भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद आदि वीर योध्दाओ के बारे में बताते थे इसलिए अभिमन्यु के अंदर बचपन से ही देशभक्ति का जुनून था वह Indian Army में Join होना चाहते थे |
फिर एक दिन School में Teacher ने बच्चो से पूछा की बड़ा होकर क्या बनोगे, कोई बोलता था की मैं Engineer बनूंगा, कोई Doctor तो कोई Business man तो कोई Scientist लेकिन जब अभिमन्यु का नंबर आया तब उसने कहा मैं एक सैनिक बनना चाहता हूँ मैं सैनिक बनके देश की रक्षा करना चाहता हूँ फिर सभी बच्चे उसकी बात पर हसने लगे क्योकि अभिमन्यु का शरीर बहुत कमजोर था और पतला दुबला भी था, फिर सभी अभिमन्यु का मजाक उड़ाया करते थे |
फिर एक दिन अभिमन्यु ने अपने पिताजी को बताया की सब मेरा मजाक उड़ाते है तब उसके पिताजी ने कहा बेटा कोई मजाक उड़ा रहा है तो उड़ाने दो, उन लोगों का काम ही है मजाक उड़ाना, तुम सिर्फ अपने लक्ष्य पर ध्यान लगाओ, पिताजी की यह बाते सुनकर अभिमन्यु के अंदर Confidence आ गया फिर उस दिन से जब कोई अभिमन्यु का मजाक उड़ाते थे तो वह एक प्यारी सी Smile देता था और उस दिन से बहुत ज्यादा मेहनत करने लगा |
फिर एक दिन अचानक अभिमन्यु के पिता का Accident हो गया और उसका पैर बुरी तरह से फ्रैक्चर हो गया था, और Doctor ने बोल दिया की अब ये पहले जैसे काम नही कर पायेगा, अभिमन्यु को कुछ समझ में नहीं आ रहा था की आखिर वो करें तो क्या करें, अभिमन्यु के पास दो ही Option थे या तो अभिमन्यु अपने घर की जिम्मेदारी उठता या तो सिर्फ अपने सपने को पूरा करने के लिये घर की जिम्मेदारी छोड़ देना, इस स्थिति में एक नार्मल इंसान एक ही Option को चुनता, लेकिन अभिमन्यु ने हार नहीं मानी और उसने दोनों Option को चुना, वह अब और पहले से ज्यादा मेहनत करता था वह घर की जिम्मेदारी भी उठाता था और अपने लक्ष्य पर भी काम करता था |
“कई लोग कहते है की यदि आप छह घंटे आराम करोगे तो आपका शरीर अच्छा रहेगा” लेकिन अभिमन्यु ने इस कथन को भी बदल के रख दिया, वह 24 घंटे में सिर्फ 2 ही घंटे आराम करता था, और बाकी 22 घंटे लगातार बिना थके काम करता था और साथ में अपनी पढाई भी करता था | क्यूंकि उसके पास और कोई दूसरा Option ही नहीं था, ऐसे ही कई सालो तक 22 घंटे लगातार काम और पढाई करता रहा |
फिर देखते देखते उसने अपनी School की पढ़ाई भी Complete कर ली और फिर धीरे – धीरे College की पढाई भी पूरा कर लिया, लेकिन फिर भी उसने सपनों को ज़िंदा रखा और उसे कभी खत्म होने नही दिया, अधिक परिश्रम के कारण अब उसका शरीर फौलाद बन चुका था, उसके अंदर दर्द को सहने की शक्ति आ गई, वही एक तरफ अभिमन्यु के पिता जी भी ठीक हो रहे थे |
फिर एक दिन जिस पल का इंतजार था वो पल आ ही गया अभिमन्यु का Indian Army में Selection हो गया, वह उस दिन बहुत खुश था, उसके आँखों से ख़ुशी के आंसू निकल रहे थे, उसके पिता जी और भाई भी बहुत खुश थे उसने दोनों को गले लगा दिया, अभिमन्यु ने फिर Indian Army Join किया एक साल तक Training की फिर Indian Border पर उसकी Duty भी लग गयी |
एक दिन अचानक रात में कुछ आतंकवादियों ने Border पर हमला कर दिया, अभिमन्यु और उसके साथी, आतंवादियों का मुकाबला कर रहे थे तभी अभिमन्यु के पैरो पर गोली लग गई वह ठीक से चल भी नहीं पा रहा था और दर्द भी बहुत ज्यादा हो रहा था लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और एक वीर योध्दा की तरह मुकाबला करता रहा और फिर धीरे – धीरे करके सभी आतंवादियों को मार गिराया, अभिमन्यु को Hospital ले जाया गया, फिर ठीक होने के बाद उसने दुबारा Indian Army ज्वाइन कर ली |
अभिमन्यु ने इसके बाद कई और लड़ाई लड़ी और कई गोली भी लगे लेकिन फिर भी उसने कभी Army नहीं छोड़ी और देश की सेवा में लगा रहा |
जब एक ओर पूरा देश होली, दिवाली, ईद इत्यादि पर्व मना रहा होता है तब ये देश के वीर जवान देश की रक्षा के लिये बॉर्डर पर तैनात रहते हैं | ऐसे वीर बहादुर सैनिक को आओं मिलकर एक बार फिर से दिलसे नमन करें |
तो दोस्तों Motivational Story In Hindi (कहानी देश के वीर जवान की) से हमे यह सीख मिलता है की चाहे कोई भी Condition आ जाए हमे अपने सपने को ज़िंदा रखना है और आगे बढ़ते रहना चाहिये |
तो दोस्तों यह कहानी आपको कैसी लगी हमे Comment करके जरुर बताये और हां दोस्तों इस कहानी को अपने फ्रेंड्स, परिवार वालो के साथ जरुर share करे ताकि वो लोग भी ऐसी Inspiration story पढ़कर Motivate हो सकें |